गुरुवार, 11 जून 2009

जींदगी किस तरह बीतती ही पता नही चलता .

सोमवार, 30 मार्च 2009

एक और मोर्चा

तीसरा मोर्चा अब हुआ पुराना आया एक और मोर्चा । हिन्दी पट्टी के सामाजिक बुनावट

गुरुवार, 26 मार्च 2009

आशीष
गुलाल का रंग बहुत गहरा है .और इस गहरेपन
का कारन अनुराग कश्यप है .अपनी तमाम सीमओं और फलक के बावजूद डार्क रौशनी के बीच एक समघ्दारी
की मांग करती है । छात्र राजनिति की दलदल बड़ी ज़मीन और राजपूतों दी खोई हुई हैसिएत का तानाबाना ।

शुक्रवार, 6 मार्च 2009

महंगाई की दर काफी निचे

महंगाई से आम आवाम प्रभावित है जिसके कारन आने वाले समय मे देश की अर्थवयवस्था प्रभावित हो सकती है